बैठ नजदीक तू श्याम के, तार से तार जुड़ने लगेगा ||
देख नजरें से नजरें मिलाके, तुमसे ये बातें करने लगेगा ।।
🙏जय श्री श्याम 🙏
हाथों में ले श्याम ध्वजा, मन में ले विश्वास ||
लो चल गया हम खाटू धाम, अब पूरे होंगे आस ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
फिक्र करना ही क्यू फिक्र से होता है क्या ||
भरोसा रखो श्याम पर फिर देखो होता है क्या ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
तुम्हारे साथ खामोश भी रहु तो बाते पूरी हो
जाती है,तुम में, तुम से, तुम पर ही,मेरी दुनिआ पूरी हो जाती है।।
🙏जय श्री श्याम 🙏
झुकजा श्याम चरण में प्यारे,और कहीं ना झुकने देगा ||
मन में है विश्वाश जो पक्का,काम कभी ना रुकने देगा ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
नौकर रख ले श्याम हमको भी एक बार ||
बस इतना ही तनखाह देते मेरा सुखी परिवार ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
क्या लिखे हम दिल की हकीकत हमारी आरजू बेहोश है || खत पर है आंसुओं की बरसात और कलम हमारी खामोश है ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
फिक्र करना ही क्यू, फिक्र से होता है क्या
भरोसा रखो श्याम पर, फिर देखो होता है क्या
🙏जय श्री श्याम 🙏
चन्दन हैं खाटू की माटी, अमृत यहाँ का नीर,
ये दोनों जिसको मिल जाए, बहुत बड़ी उसकी तकदीर।
🙏जय श्री श्याम 🙏
मिश्री भी फीकी लगे अब, फीको गुड़ को स्वाद,
श्याम से प्रीत हुई जबसे और चखों प्रेम को स्वाद।
🙏जय श्री श्याम 🙏