मोर छड़ी और काली कमली, होंठो पे मुस्कान है ||
बिन मांगे जो भर देता झोली, ऐसा है हमारा श्याम ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
श्याम नाम अनमोल खजाना, जो बोले सो पायेगा ||
बाकी सारा इस धरा का, यहीं धरा रह जायेगा ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
मेरे श्याम- ये जिन्दगी का सफर ||
कटे तेरे सम्मान मे, चाहे आधी ही हो जिन्दगी ||
पर गुजरे तेरे गुणगान में ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
साँवरे तेरी एक नजर ने दिल काबू ||
में कर लिया तेरे दीदार का तेरे द्वार का ||
मैं दीवाना हुआ मैं दीवाना हुआ ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
माटी का शरीर तेरा, एक दिन माटी में ही मिल ||
जायेगा,ले शरण बाबा “श्याम” की, तेरा जीवन ||
सफ़ल हो जायेगा||
🙏जय श्री श्याम 🙏
मेरे श्याम,तुम पूछ लेना सुबह से, ||
ना यकीन हो तो शाम से ये दिल धड़कता है ||
सिर्फ बाबा श्याम तेरे ही नाम से ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
कितनी आंधी आई कितने तूफान आये
लेकिन मेरा कुछ ना बिगाड़ पाये ||
उन्हें क्या पता हारे का सहारा बाबा ||
श्याम मेरा हर पल साथ निभाये ||
🙏जय श्री श्याम 🙏
श्याम तेरे मुख के उजाले से रोशन मेरा ||
संसार है चरणों को छोड़ मैं जाऊँ कहाँ ||
इन्हीं में मेरा घर द्वार है ||
🙏जय श्री श्याम 🙏