1) ॐ जय श्री श्याम हरे
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे..
रतन जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर ढुरे।
तन केसरिया बागो, कुण्डल श्रवण पड़े॥
ॐ जय श्री श्याम हरे..
गल पुष्पों की माला, सिर पार मुकुट धरे।
खेवत धूप अग्नि पर दीपक ज्योति जले॥
ॐ जय श्री श्याम हरे..
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे।
सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे..
झांझ कटोरा और घडियावल, शंख मृदंग घुरे।
भक्त आरती गावे, जय - जयकार करे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे..
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे।
सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम - श्याम उचरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे..
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे।
कहत भक्त - जन, मनवांछित फल पावे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे..
जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे।
निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे..
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे ।
2) ॥ श्री श्याम बाबा की आरती॥
M:- जय श्री श्याम हरे बाबा जय श्री श्याम हरे
खाटू धाम विराजतविराजत-2, अनुपम रूप धरे
ओम जय श्री श्याम हरे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे बाबा जय श्री श्याम हरे
खाटू धाम विराजतविराजत-2, अनुपम रूप धरे
ओम जय श्री श्याम हरे
M:- रतन जड़ित सिंहासन सिर पर चंवर ढुरे
कोरस:- बाबा सिर पर चबर ढुरे
M:- तन केसरिया बागो-2, कुंडल श्रवण पड़े
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- गल पुष्पों की माला सिर पार मुकुट धरे
कोरस:- बाबा सिर पार मुकुट धरे
M:- खेवत धूप अग्नि पर-2, दीपक ज्योति जले
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे
कोरस:- बाबा सुवरण थाल भरे
M:- सेवक भोग लगावत-2, सेवा नित्य करे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- झांझ कटोरा और घडियावल शंख मृदंग घुरे
कोरस:- बाबा शंख मृदंग घुरे
M:- भक्त आरती गावे-2, जय-जयकार करे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- जो ध्यावे फल पावे सब दुःख से उबरे
कोरस:- बाबा सब दुःख से उबरे
M:- सेवक जन निज मुख से-2, श्री श्याम-श्याम उचरे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- श्री श्याम बिहारी जी की आरती जो कोई नर गावे
कोरस:- बाबा जो कोई नर गावे
M:- कहत अनु सिंह स्वामी -2, मनवांछित फल पावे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- तन मन धन सब कुछ है तेरा हो बाबा सब कुछ है तेरा
कोरस:- हो बाबा सब कुछ है तेरा
M:- तेरा मुझको अर्पण -2, क्या लागे मेरा
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे
निज भक्तों की तुमने -2, पूर्ण काज करें
ओम जय श्री श्याम हरे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे बाबा जय श्री श्याम हरे
खाटू धाम विराजतविराजत-2, अनुपम रूप धरे
ओम जय श्री श्याम हरे
M:- जय श्री श्याम हरे बाबा जय श्री श्याम हरे
खाटू धाम विराजतविराजत-2, अनुपम रूप धरे
ओम जय श्री श्याम हरे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे बाबा जय श्री श्याम हरे
खाटू धाम विराजतविराजत-2, अनुपम रूप धरे
ओम जय श्री श्याम हरे
M:- रतन जड़ित सिंहासन सिर पर चंवर ढुरे
कोरस:- बाबा सिर पर चबर ढुरे
M:- तन केसरिया बागो-2, कुंडल श्रवण पड़े
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- गल पुष्पों की माला सिर पार मुकुट धरे
कोरस:- बाबा सिर पार मुकुट धरे
M:- खेवत धूप अग्नि पर-2, दीपक ज्योति जले
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे
कोरस:- बाबा सुवरण थाल भरे
M:- सेवक भोग लगावत-2, सेवा नित्य करे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- झांझ कटोरा और घडियावल शंख मृदंग घुरे
कोरस:- बाबा शंख मृदंग घुरे
M:- भक्त आरती गावे-2, जय-जयकार करे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- जो ध्यावे फल पावे सब दुःख से उबरे
कोरस:- बाबा सब दुःख से उबरे
M:- सेवक जन निज मुख से-2, श्री श्याम-श्याम उचरे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- श्री श्याम बिहारी जी की आरती जो कोई नर गावे
कोरस:- बाबा जो कोई नर गावे
M:- कहत अनु सिंह स्वामी -2, मनवांछित फल पावे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- तन मन धन सब कुछ है तेरा हो बाबा सब कुछ है तेरा
कोरस:- हो बाबा सब कुछ है तेरा
M:- तेरा मुझको अर्पण -2, क्या लागे मेरा
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे
M:- जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे
निज भक्तों की तुमने -2, पूर्ण काज करें
ओम जय श्री श्याम हरे
कोरस:- ओम जय श्री श्याम हरे बाबा जय श्री श्याम हरे
खाटू धाम विराजतविराजत-2, अनुपम रूप धरे
ओम जय श्री श्याम हरे