गजब मेरे खाटू वाले,
गजब थारे ठाठ निराले,
सेठों के सेठ बाबा श्याम है,
खाटू जाने वाले हर,
प्रेमी को तारा है,
सारी दुनिया में गूंजे,
इनका जयकारा है,
श्याम प्रेमियों का दुनिया में,
एक ही नारा है,
हारे का सहारा,
बाबा श्याम हमारा है,
गजब मेरे खाटु वाले,
गजब थारे ठाठ निराले,
सेठों के सेठ बाबा श्याम है।।
तर्ज – अरे रे मेरी जान है राधा।
सबसे पहले बाबा तेरा,
काम बनाएँगे,
काम बनाकर खाटू में,
तुझको बुलवाएंगे,
खाटू में प्यारे तेरे,
जिसा लग जाएगा,
झूम झूम कर तू भी,
प्यारे ये ही गाएगा,
गजब मेरे खाटु वाले,
गजब थारे ठाठ निराले,
सेठों के सेठ बाबा श्याम है।।
जिसने भी बाबा की पावन,
ज्योत जलाई है,
पल में उसने श्यामधणी से,
खुशियां पाई है,
होली और दिवाली वो तो,
रोज मनाएगा,
खुश होकर के श्यामधणी,
की महिमा गाएगा,
गजब मेरे खाटु वाले,
गजब थारे ठाठ निराले,
सेठों के सेठ बाबा श्याम है।।
कहे ‘कन्हैया’ एक बार जय श्री,
श्याम बोलकर देख,
किस्मत के ताले को एक बार,
खोल कर के देख,
जिसका कोई नहीं जगत में,
उसके बाबा श्याम,
श्याम जगत का एक ही मालिक,
खाटू वाले श्याम,
गजब मेरे खाटु वाले,
गजब थारे ठाठ निराले,
सेठों के सेठ बाबा श्याम है।।
गजब मेरे खाटू वाले,
गजब थारे ठाठ निराले,
सेठों के सेठ बाबा श्याम है,
खाटू जाने वाले हर,
प्रेमी को तारा है,
सारी दुनिया में गूंजे,
इनका जयकारा है,
श्याम प्रेमियों का दुनिया में,
एक ही नारा है,
हारे का सहारा,
बाबा श्याम हमारा है,
गजब मेरे खाटु वाले,
गजब थारे ठाठ निराले,
सेठों के सेठ बाबा श्याम है।।