कोरस :- श्याआआआम
M:- जय श्री श्याम जय श्री राधे
जब किसी भक्त का विशवास अपनों से टूट जाता है तो स्वयं प्रभु किसी ना किसी रूप में आकर उनकी रक्षा करते है और कलियुग में अपनी उपस्थिति का एहसास करा देते है ह्रदय को भावुक कर देने वाली ये सत्य कहानी प्रस्तुत कर रही है प्रख्यात गायिका अंजना आर्या , जय श्री श्याम जय श्री राधे
कोरस :- श्याम मेरे श्याम खाटू वाले श्याम
F:- सखियाँ गाओ मंगल गीत मेरे घर गूंजा संगीत
कोरस :- सखियाँ गाओ मंगल गीत मेरे घर गूंजा संगीत
F:- ये शुभ घडी सुहानी आयी है ये शुभ घडी सुहानी आयी है
आज मेरे घर बहुरानी आयी है
कोरस :- आज मेरे घर बहुरानी आयी है
F:- जब लक्ष्मी के कदम पड़े तो महका घर और आँगन
जो माँगा था श्याम से मेने भर दिया उसने दामन
कोरस :- जब लक्ष्मी के कदम पड़े तो महका घर और आँगन
जो माँगा था श्याम से मेने भर दिया उसने दामन
F:- महलो से चलके कोई रानी आयी है -2
आज मेरे घर बहुरानी आयी है
कोरस :- आज मेरे घर बहुरानी आयी है
M:- दीनदयाल और कमला देवी के घर आज बहु का गृह प्रवेश हो रहा है उनके बेटे करन की पसंद से बहु किरण घर में आयी है सभी मेहमानो का आना जाना लगा हुआ है और दिनदयाल और पत्नी कमलादेवी को बधाई दे रहे है और बधाई गीत गए रहे है
F:- सखियाँ गाओ मंगल गीत मेरे घर गूंजा संगीत
कोरस :- सखियाँ गाओ मंगल गीत मेरे घर गूंजा संगीत
F:- ये शुभ घडी सुहानी आयी है ये शुभ घडी सुहानी आयी है
आज मेरे घर बहुरानी आयी है
कोरस :- आज मेरे घर बहुरानी आयी है
M:- मास्टर दीनदयाल का इकलौता पुत्र जिन्होंने तिनका तिनका जोड़कर पढ़ाया लिखाया और बड़ा किया पुत्र करन ने अपने ही पसंद की लड़की किरण से ब्याह रचाया उन्होंने सोचा था की किरण के आने से घर में खुशियों की किरण चमकेगी शादी के पहले दिन दीनदयाल और कमलादेवी ने सोचा की आज सुबह की चाय बहुरानी के हाथो पीने को मिलेगी सुबह के 7 बजे फिर 8 बजे और फिर 11 बजे बहु अपने कमरे से नहीं निकली ठीक 12 बजे बहु जागकर अपने कमरे से आयी और कहा अरे भई कोई है घर में मुझे चाय चाहिए करन अपने ऑफिस जा चूका था सास कमलादेवी ने सोचा की कोई बात नहीं आज
पहला दिन है मैं ही चाय बनाकर बहु को पीला देती हूँ कमलादेवी चाय लेकर बहु के कमरे में गयी और बहु को चाय देते हुए कहा की हम अपने घर बहु नहीं बेटी लाये है लो चाय लो बेटी और इस तरह और इस तरह दीनदयाल
और कमलादेवी के घर में धीरे धीरे बहु का अत्याचार बढ़ने लगा जिससे घर में सास बहु के झगड़े प्रतिदिन होने लगे करन को भी यह सब अजीब लगा लेकिन उसका प्रेम माता पिता से हटकर किरण से बढ़ गया करन भी किरण के पक्ष में बोलने लगा और इस तरह बूढ़े माता पिता अपने आप को असहाय और ठगा हुआ महसूस करने लगे
F:- जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
कोरस :- जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
F:- त्याग तपस्या और प्रेम से होता है कल्याण
जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
कोरस :- जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
F:- कौड़ी कौड़ी जोड़ जोड़कर जो संतान को बड़ा करे
सारे सुख देकर उनको अपने पेरो पर खड़ा करे
कोरस :- कौड़ी कौड़ी जोड़ जोड़कर जो संतान को बड़ा करे
सारे सुख देकर उनको अपने पेरो पर खड़ा करे
F:- फिर भी वो पाए ना सम्मान फिर भी वो पाए ना सम्मान
M:- बहु का अत्याचार बढ़ता गया और करन भी अब उसकी भाषा बोलने लगा करन ने कहा देखो बाऊ जी अगर इस घर में रहना है तो किरण की बाते
माननी पड़ेगी और अगर आपको कोई आपत्ति है तो आप अपना ठिकाना और कही ढूंढ सकते है
F:- पौधा बड़ा किया तो उसमे कांटे ही कांटे आये नजर
सोचा सुख के फूल खिलेंगे खुशबु आएगी जीवन भर
कोरस :- पौधा बड़ा किया तो उसमे कांटे ही कांटे आये नजर
सोचा सुख के फूल खिलेंगे खुशबु आएगी जीवन भर
F:- अरे संतान बानी शैतान अरे संतान बनी शैतान
कोरस :- अरे संतान बानी शैतान अरे संतान बनी शैतान
M:- एक दिन बहु किरण ने करन से कहा की इस घर में मैं रहूंगी या तुम्हारे माता पिता अगर तुम्हे मेरे साथ रहना है तो फैसला करो की तुम्हे माँ बाप चाहिए या बीवी इस वक्त उन्हें घर से निकालो वरना मैं तुम्हे छोड़कर सदा के लिए चली जाउंगी करन पत्नी प्रेम में अँधा हो गया था उसने माँ बाप को धक्का देकर उन्हें घर से बाहर कर दिया
F:- टूट गए जीवन के सपने छूट गया बेटे का प्यार
किसी है ये विडंबना देखो हो गए हम बेघर लाचार
कोरस :- टूट गए जीवन के सपने छूट गया बेटे का प्यार
किसी है ये विडंबना देखो हो गए हम बेघर लाचार
F:- अरे ये केसा इम्तिहान अरे ये केसा इम्तिहान
कोरस :- अरे ये केसा इम्तिहान अरे ये केसा इम्तिहान
M:- दीनदयाल और कमलादेवी रोते विलाप करते हुए अनजान दिशा में चलने लगे उन्हें ये मालुम नहीं था की उन्हें कहाँ जाना है तभी एक बस आकर रुकी जो वृन्दावन जा रही थी बस में बैठे एक व्यक्ति ने कहा क्या तूम कभी वृन्दावन गए हो तो दीनदयाल ने उत्तर दिया नहीं तब वह व्यक्ति बोलै ये बस उन लोगो को वृन्दावन ले जा रही है जो कभी वृन्दावन नहीं गए दीनदयाल बोले लेकिन हमारे पास तो किराया भी नहीं है और हमारे पास एक रुपये भी नहीं तब बस का कंडक्टर बोला अंकल जी कोई बात नहीं हम सबको मुफ्त ले जा रहे है और वहां पर भोजन और रुकने की व्यवस्था भी हम करेंगे इस तरह दिनदयाल और कमलादेवी को उन्होंने बस में बिठा लिया दोनों राधे राधे करते हुए सफर पर निकल पड़े
F:- राधे राधे जपते जपते जीवन को नहीं डगर मिली
अपनों ने जब ठुकराया तो गैरो की भी कदर मिली
कोरस :- राधे राधे जपते जपते जीवन को नहीं डगर मिली
अपनों ने जब ठुकराया तो गैरो की भी कदर मिली
F:- ये रस्ता हुआ बड़ा आसान भगत के संग में है भगवान
कोरस :- ये रस्ता हुआ बड़ा आसान भगत के संग में है भगवान
F:- जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
कोरस :- जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
F:- त्याग तपस्या और प्रेम से होता है कल्याण
जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
कोरस :- जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
M:- जब बस वृन्दावन पहुंची और दीनदयाल और कमलादेवी ने बांके बिहारी के दर्शन किये तो वो निहाल हो उठे क्युकी वे पहली बार बांके बिहारी को इतने निकट से निहार रहे थे दो दिन तक उन्होंने सुबह शाम बिहारी जी के दर्शन किये अब दो बाद बस को दिल्ली वापिस आना था वापसी की तैयारी हो रही थी लेकिन अब दिनदयाल और कमलादेवी वापिस जायेंगे तो कहा पर रहेंगे बेटे और बहु तो उन्हें घर से निकाल चुके थे यही सोच विचार में उन दोनों की आँखों से आंसू निकल पड़े तभी एक 10 वर्ष का बालक उनकी ऊँगली पकड़कर बोला आप उदास ना हो मेरे माता पिता अब इस दुनिया में नहीं है पास ही मेरा घर है आप चाहे तो मेरे साथ रह सकते है आप चलिए मेरे साथ एक दिन रुक जाइये अगर आपको अच्छा लगेगा तो रुकिए वरना आप जहा जाना चाहेंगे चले जाइएगा बालक की जिद पर दोनों उस बालक के घर जाते है एक छोटे से घर में आकर दोनों बूढ़े माँ बाप को बड़ा अच्छा लगता है वह बालक उनकी खूब सेवा करता है वह सुबह नाश्ता दोपहर में भोजन और रात्रि भोज कराके उन दोनों के पैर तब तक दबाता है जब तक उन्हें नींद नहीं
आ जाती 3 - 4 दिन रहने के बाद दीनदयाल जी उससे पूछते है बेटा तुम्हारा नाम क्या है बालक कहता है मेरा नाम कृष्णा यह नाम सुनते ही दोनों वृद्धो की आंखे नम हो जाती है वे प्रभु की लीला समझ जाते है जिन्हे संतान ने ठुकराया उन्हें भगवान स्वयं कृष्ण के रूप में पालने आये ऐसी है बांके बिहारी की लीला तभी तो सब इन्हे लीलाधारी कहते है
F:- जब संतान ने ठुकराया तो स्वयं प्रभु संतान बने
जीवन की इस बगिया को बाल रूप भगवान मिले
कोरस :- जब संतान ने ठुकराया तो स्वयं प्रभु संतान बने
जीवन की इस बगिया को बाल रूप भगवान मिले
F:- सेवा करते कृपा निदान जो है बृजभूमि की शान
जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
कोरस :- जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
F:- त्याग तपस्या और प्रेम से होता है कल्याण
जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
कोरस :- जिसके संग में हो भगवान उसे क्या मारेगा इंसान
M:- प्रेमियों एक हरियाणे का जाट अपने टाबर ने लेके बाबा श्याम के दर्शन के लिए जाता है ने रींगस पहुंचकर बाबा की निशान यात्रा शुरू करता है तोरणद्वार तक पहुंचते पहुंचते उसे लगभग 12 बज जाते है और जैसे ही वह कबूतर चौक पर पहुँचता है वहां बनते हुए गरमागरम पकोड़े देखकर के जाट के मुँह में पानी आ जाता है तथा जाटनी के लाख मना करने के बावजूद भी जाट नहीं मानता और पकोड़े खाने में मस्त हो जाता है और जाट पकोड़े खाते खाते टाइम की मर्यादा भूल जाता है और जैसे ही वे पकोड़े खाकर बाबा के दर पहुंचते है उस समय 12 :30 बज जाते है तथा दरबारियों के द्वारा मंदिर के पट बंद कर दिए जाते है और जाटनी कहती है अरे नाश्पीटे तन्ने तो दर्शन का टाइम भी निकलवा दिया उसके उपरांत जाट बाबा से क्या कहता है आइये सुनिए -
बाबा मान जा हाय बाबा मान जा
मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ बाबा मान जा हाय बाबा मान जा
मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ मेरे लखदातारी ओ मेरे लखदातारी
मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ बाबा मान जा हाय बाबा मान जा
M:- काहे तू रूषा बैठ्या गलती मरोड़ में
भगता ने दे दे दर्शन मैं भी हु होड़ में
काहे तू रूषा बैठ्या गलती मरोड़ में
भगता ने दे दे दर्शन मैं भी हु होड़ में
ओ मेरे श्यामधणी रे मेरे श्यामधणी
मानु सु गलती बाबा तू मान जा
मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ मेरे लखदातारी ओ मेरे लखदातारी
मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ बाबा मान जा हाय बाबा मान जा
M:- तेरे चरणों में बाबा जीवन बिता दू
भजनो में तेरे दिलबर सब कुछ भुला दू
तेरे चरणों में बाबा जीवन बिता दू
भजनो में तेरे दिलबर सब कुछ भुला दू
ओ सारा देखे जहाँ रे सारा देखे जहाँ
करू सेवा थारी बाबा तू मान जा
मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ मेरे लखदातारी ओ मेरे लखदातारी
मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ बाबा मान जा हाय बाबा मान जा
M:- भगतो के दिल में रहता हरदम तू श्याम रे
अपने प्रेमी पे चलता सबकुछ कुर्बान रे
भगतो के दिल में रहता हरदम तू श्याम रे
अपने प्रेमी पे चलता सबकुछ कुर्बान रे
ओ सारा जग ये सारा जग ये जाणे से तेरी माया
बाबा तू मान जा ओ बाबा मान जा
मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ मेरे लखदातारी ओ मेरे लखदातारी
मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ बाबा मान जा हाय बाबा मान जा
मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ बाबा मान जा मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
ओ बाबा मान जा मानु सु में गलती बाबा तू मान जा
कोरस :- मेरे प्यारे श्याम , खाटू वाले श्याम
F:- बाबा तीन बाण धारी-2, बसे खाटू धाम मे
आधार है जीवन का , श्याम तेरे नाम मे
बाबा तीन बाण धारी, बसे खाटू धाम मे
आधार है जीवन का , श्याम तेरे नाम मे
कोरस - बाबा तीन बाण धारी
जय श्याम जय श्याम श्याम श्याम श्याम
F:- पीपल के भेदे पत्ते, तूने एक बाण से
न्याय धरम का तुमने ,किया सम्मान रे
भूल न पाए तेरी,महिमा जहान
कृष्णा के कहने से . दिया शीश दान ये
आधार है जीवन का , श्याम तेरे नाम मे
कोरस - बाबा तीन बाण धारी
F:- कृष्णा गोपाला ने, दिया अपना नाम रे
कलयुग में कहलाए, देवा बाबा श्याम ये
कामना पूरी होवे ,बस तेरे ध्यान
हारे को सहारा बाबा खाटू वाला धाम रे
आधार है जीवन का , श्याम तेरे नाम मे
बाबा तीन बाण धारी, बसे खाटू धाम मे
आधार है जीवन का , श्याम तेरे नाम मे
कोरस - बाबा तीन बाण धारी
स्थायी :- गाँव गली और शहर में चर्चा है सरेआम
हारे का है साथी खाटू का बाबा श्याम
1.
अंतरा :- है उन्नीस दस की घटना
कोरस :- है उन्नीस दस की घटना
रहते थे माँ बेटे पटना
कोरस :- रहते थे माँ बेटे पटना
माँ थी बाबा श्याम पुजारन
कोरस :- माँ थी बाबा श्याम पुजारन
करती थी नित पूजा अर्चन
कोरस :- करती थी नित पूजा अर्चन
बेटे की थी बाल अवस्था
कोरस :- बेटे की थी बाल अवस्था
दिखलाया मंदिर का रस्ता
कोरस :- दिखलाया मंदिर का रस्ता
संग अपने मंदिर ले जाती
कोरस :- संग अपने मंदिर ले जाती
श्याम धनि की कथा सुनाती
कोरस :- श्याम धनि की कथा सुनाती
बेटा हो गया श्याम दीवाना
कोरस :- बेटा हो गया श्याम दीवाना
आया लबो पे श्याम तराना
कोरस :- आया लबो पे श्याम तराना
श्याम की कृपा लगी बरसने
कोरस :- श्याम की कृपा लगी बरसने
लगी जिंदगी मजे से कटने
कोरस :- लगी जिंदगी मजे से कटने
मैया उस पर प्यार लुटाती
कोरस :- मैया उस पर प्यार लुटाती
मुखड़े पर बलिहारी जाती
कोरस :- मुखड़े पर बलिहारी जाती
लाड प्यार से बेटा बिगड़ा
कोरस :- लाड प्यार से बेटा बिगड़ा
गलत रस्ता उसने पकड़ा
कोरस :- गलत रस्ता उसने पकड़ा
तोड़ :- यारो के संग जुआ खेले रोजाना सुबह शाम
हारे का है साथी खाटू का बाबा श्याम
2.
अंतरा :- यारो के रंग रंग गया बेटा हुआ मुक्कद्दर माँ का हेटा
बेटे को समझाय के हारी बेटा बन गया बड़ा जुआरी
बेच दिए सब माँ के गहने दुःख मैया को पड़ गए सहने
यारो के संग मौज उडाता रोज रात को घर ना आता
खेल रहा जब एक दिन जुआ तभी पुलिस का आना हुआ
पुलिस पकड़कर ले गयी थाना किया जेल को तुरत रवाना
जेल से कैसे होगी रिहाई खबर को सुनकर माँ घबराई
पास नहीं है मेरे पैसा पायी श्याम धनी मेरी करो सहाई
तोड़ :- श्याम धनी के आगे रोटी ले बाबा का नाम
हारे का है साथी खाटू का बाबा श्याम
3.
अंतरा :- श्याम धनी ने कृपा लुटाई टूटे दिल में आस जगाई
जब अंबर में नजर उठायी लीला घोडा पड़ा दिखाई
माँ ने सोचा है कोई सपना तभी गिरा कुछ उसके अंगना
माँ ने खोली आंख दुबारा चकित रह गयी देख नजारा
भरा नॉट से पर्स खचाखच माँ को आया नजर यकायक
देर लगी ना उसको समझते श्याम ने भेजे गगन के रस्ते
पर्स उठा सीने से लगाया बाबा का आभार जताया
बोली जय हो लखदातारी बिगड़ी मेरी बात सवारी
तोड़ :- घर से बाहर जाए बिना ही कर डाला इंतजाम
हारे का साथी खाटू का बाबा श्याम
4
अंतरा :- फिर ना उसने देर लगाई भर जुरमाना बैल कराई
जेल से बाहर बेटा आया झट से माँ ने गले लगाया
बेटा बोलै तू क्यों आयी मेरी जमानत क्यों करवाई
जमकर मैया को फटकारा मुझे ना चाहिए प्यार तुम्हारा
नहीं रहना मुझे संग में तेरे डालूंगा किसी देश में डेरे
छोड़ चला माँ को बेदर्दी टूट गयी माँ की हमदर्दी
नहीं देखा बेटे में मुड़कर मैया रोवे याद में कुड़कर
सूज गए रो रो के नैना बिन बेटा के सबर बधेना
तोड़ :- बेटे की यादो में माँ का जीना हुआ हराम
हारे का है साथी खाटू का बाबा श्याम
5
अंतरा :- करे श्याम से मैया बिनती माफ़ करो प्रभु मेरी गलती
अब ना और सजा दो मुझको बेटे से मिलवा दो मुझको
बिन बेटा के जी ना पाउ पटक पटक सिर में मर जाऊ
श्याम धनी अब तेरी दुहाई शीघ्र कीजिये मेरी सहाई
बेटा पंहुचा चण्डीगढ में करी नौकरी पंडित घर में
पंडित भी था बाबा प्रेमी भजन पाठ का पक्का नेमि
हार ग्यारस पे खाटू जाता बेटे को भी संग ले जाता
दर्शन करके बेटा बदला भूल गया वो जीवन पिछला
तोड़ :- आने लगा दुबारा उसको याद पैतृक गाम
हारे का साथी है खाटू का बाबा श्याम
6.
अंतरा :- ग्यारस आयी फागुन वाली
माँ दर्शन को खाटू चाली
निशान उठाया श्याम धनी का
ध्यान लगाया श्याम धनी का
धौक लगा के शीश उठाया
अपने सन्मुख बेटा पाया
मुंह मांगी उसे मन्नत मिल गयी
ख़ुशी से उसकी बांहे खिल गयी
बोली जय हो शीश के दानी
खूब दिखाई कारिस्तानी
तेरी अजब अनोखी माया
माँ बेटे का मिलान कराया
यु ही कृपा बनाये रखना
चरणों से लिपटाये रखना
आती रहू में द्वार तुम्हारे
करते रहना न्यारे वारे
तोड़ :- कहे अनाड़ी नाम श्याम का बिगड़े बनाय काम
हारे का है साथी खाटू का बाबा श्याम
M:- खाटूवाले का सजा रे दरबार भाई रे चल दर्शन को।
म्हारा श्याम जी करेंगे बेड़ा पार भाई रे चल दर्शन को।।
कोरस:- खाटूवाले का सजा रे दरबार भाई रे चल दर्शन को।
1
M:- और अरे कुछ सोचे मतना बात तुझे बतलाऊं।
कोरस:- बात तुझे बतलाऊं रे भाई बात तुझे बतलाऊ
M:- श्याम धनी सरकार जगत के बैठ यहां समझाऊं।।
कोरस:- बैठ यहां समझाऊं रे भाई बैठ यहां समझाऊं
M:- और अरे कुछ सोचे मतना बात तुझे बतलाऊं।
श्याम धनी सरकार जगत के बैठ यहां समझाऊं।।
सारी दुनिया में
कोरस:- जय हो
M:- सारी दुनिया में
सारी दुनिया में है इनकी जै जै कार भाई रे चल दर्शन को।।
म्हारा श्याम जी करेंगे बेड़ा पार भाई रे चल दर्शन को।।
कोरस:- खाटूवाले का सजा रे दरबार भाई रे चल दर्शन को।
2.
कोरस:- ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
M:- भक्ति की पाती को बांच ले मन का खोल लिफाफा।
कोरस:- मन का खोल लिफाफा रे भाई मन का खोल लिफाफा
M:- श्याम की प्रीत में तोहे मिलेगो मूल के संग मुनाफा।।
कोरस:- मूल के संग मुनाफा रे भाई मूल के संग मुनाफा
M:- मन में उलझन को
कोरस:- जय हो
M:- मन में उलझन को
मन में उलझन को मत लावे बेकार भाई रे चल दर्शन को
म्हारा श्याम जी करेंगे बेड़ा पार भाई रे चल दर्शन को।।
कोरस:- खाटूवाले का सजा रे दरबार भाई रे चल दर्शन को।
3.
M:- मोहे सौं बलजीत की है रे झूठ ना का करूं बड़ाई।।
कोरस:- झूठ ना का करूं बड़ाई रे भाई झूठ ना का करूं बड़ाई
M:- सौ तीर्थ को पुन्न मिलेगो छोड़ सभी चतुराई।।
कोरस:- छोड़ सभी चतुराई रे भाई छोड़ सभी चतुराई
M:- मेरे कहने से
कोरस:- जय हो
M:- मेरे कहने से
मेरे कहने से हो जा रे तैयार भाई रे चल दर्शन को।।
म्हारा श्याम जी करेंगे बेड़ा पार भाई रे चल दर्शन को।।
कोरस:- खाटूवाले का सजा रे दरबार भाई रे चल दर्शन को।
M:- खाटूवाले का सजा रे दरबार भाई रे चल दर्शन को।
म्हारा श्याम जी करेंगे बेड़ा पार भाई रे चल दर्शन को।।
कोरस:- खाटूवाले का सजा रे दरबार भाई रे चल दर्शन को।
M:- म्हारा श्याम जी करेंगे बेड़ा पार भाई रे चल दर्शन को।।
कोरस:- खाटूवाले का सजा रे दरबार भाई रे चल दर्शन को।
M:- तेरा भी है सहारा मेरा भी है सहारा
कोरस :- तेरा भी है सहारा मेरा भी है सहारा
हम सबका है सहारा ,ये श्याम खाटू वाला-2
कोरस :- ये श्याम खाटू वाला ये श्याम खाटू वाला
M:- तेरा भी है सहारा मेरा भी है सहारा
कोरस :- जय हो
M:- ये श्याम खाटू वाला ये श्याम खाटू वाला
कोरस :- ये श्याम खाटू वाला ये श्याम खाटू वाला
1.
M:- ठुकराए जो जहां के तकदीर के हैं मारे
कोरस :- ठुकराए जो जहां के तकदीर के हैं मारे
M:- आ जाओ श्रद्धा लेके अरे श्याम जी के द्वारे
कोरस :- आ जाओ श्रद्धा लेके अरे श्याम जी के द्वारे
ये देव है निराला
कोरस :- जय हो
M:- ये श्याम खाटू वाला
तेरा भी है सहारा मेरा भी है सहारा
हम सबका है सहारा ये श्याम खाटू वाला
ये श्याम खाटू वाला ये श्याम खाटू वाला
कोरस :- ये श्याम खाटू वाला ये श्याम खाटू वाला
2.
M:- अनगित हैं नाम इसके मन में कोई बसा लो
कोरस :- अनगित हैं नाम इसके मन में कोई बसा लो
है भाव का ये भूखा किसी नाम से बुला लो
कोरस :- है भाव का ये भूखा किसी नाम से बुला लो
M:- गिरधर कहो गोपाला
कोरस :- जय हो
M:- ये श्याम खाटू वाला
तेरा भी है सहारा मेरा भी है सहारा
हम सबका है सहारा ये श्याम खाटू वाला
ये श्याम खाटू वाला ये श्याम खाटू वाला
कोरस :- ये श्याम खाटू वाला ये श्याम खाटू वाला
3.
M:- बलजीत जब से इनके दर के किए हैं फेरे
कोरस :- बलजीत जब से इनके दर के किए हैं फेरे
लगता है जैसे बाबा हर पल है साथ मेरे
कोरस :- लगता है जैसे बाबा हर पल है साथ मेरे
जीवन का है उजाला
कोरस :- जय हो
M:- ये श्याम खाटू वाला
तेरा भी है सहारा मेरा भी है सहारा
हम सबका है सहारा ये श्याम खाटू वाला
ये श्याम खाटू वाला ये श्याम खाटू वाला
कोरस :- ये श्याम खाटू वाला ये श्याम खाटू वाला
कोरस :- आ आ आ आ आआआआआ
M:- मांगू क्या में क्या नहीं तुमने दिया -2
साँवरे तूने नहीं झुकने दिया
मांगू क्या मे क्या नहीं तुमने दिया
कोरस :- मांगू क्या मे क्या नहीं तुमने दिया
१
कोरस :- आ आ आ आ आआआआआ
M:- जबसे मेरे सर तुम्हारा हाथ है -2
ठोकरों में भी नहीं गिरने दिया
कोरस :- ठोकरों में भी नहीं गिरने दिया
M:- मुझको तूने ना कही ना झुकने दिया
मांगू क्या में क्या नहीं तुमने दिया
कोरस :- मांगू क्या मे क्या नहीं तुमने दिया
कोरस :- आ आ आ आ आआआआआ
२
M:- आँधियो में हम भी मिट जाते मगर -2
सावरे तुमने नहीं मिटने दिया
कोरस :- सावरे तुमने नहीं मिटने दिया
M:- मुझको तूने ना कही ना झुकने दिया
मांगू क्या में क्या नहीं तुमने दिया
कोरस :- मांगू क्या मे क्या नहीं तुमने दिया
कोरस :- आ आ आ आ आआआआआ
३
M:- तू तो आये थे बड़े तूफ़ान भी -2
उसको भी तुमने नहीं टिकने दिया
कोरस :- उसको भी तुमने नहीं टिकने दिया
मांगू क्या में क्या नहीं तुमने दिया
M:- मुझको तूने ना कही ना झुकने दिया
मांगू क्या में क्या नहीं तुमने दिया
कोरस :- मांगू क्या मे क्या नहीं तुमने दिया
कोरस :- आ आ आ आ आआआआआ
४
M:- टूट के बैठा था में तो हारकर -2
जब चला तुमने नहीं टिकने दिया
कोरस :- जब चला तुमने नहीं टिकने दिया
M:- मुझको तूने ना कही ना झुकने दिया
मांगू क्या में क्या नहीं तुमने दिया
कोरस :- मांगू क्या मे क्या नहीं तुमने दिया
कोरस :- आ आ आ आ आआआआआ
5
M:- दर के बैठे था मैं तो हार कर -2
जब चला तुमने नहीं रुकने दिया
कोरस :- जब चला तुमने नहीं रुकने दिया
M:- मुझको तूने ना कही ना झुकने दिया
मांगू क्या में क्या नहीं तुमने दिया-2
कोरस :- मांगू क्या मे क्या नहीं तुमने दिया
M:- धाम खाटू मण भायो मैं दौड़ तावड़ी आयो
बांध गांठड़ी थारी खातर माखण मिसरी ल्यायो
धाम खाटू मण भायो मैं दौड़ तावड़ी आयो
बांध गांठड़ी थारी खातर माखण मिसरी ल्यायो
ओ हो हो sss
1
M:- सहारो जीणे मिलो श्याम तेरो,वो मानुष कभी दुःख ना पावै।
खुशी हो या गम हो,चाहे आंख नम होतेरो नाम ले मुस्कुरावै।।
ओ sss
बने काम वाके जीणे तेरो नाम रतण धण पायो
धाम खाटू मण भायो मैं दौड़ तावड़ी आयो
बांध गांठड़ी थारी खातर माखण मिसरी ल्यायो
धाम खाटू मण भायो
ओ हो हो sss
2
M:- हम फूल पौधे तू महारा सै माली रै कोन्या तेरे बिन गुजारा।
जब तक जीएं हम तेरे ही रहें हम ना छूटे कभी ये सहारा
ओ sss
थारे भरोसे हमने श्याम जी ओढ़ो पहरो खायो
धाम खाटू मण भायो मैं दौड़ तावड़ी आयो
बांध गांठड़ी थारी खातर माखण मिसरी ल्यायो
धाम खाटू मण भायो
ओ हो हो sss
3
M:- दिवाणों जब से हुयो श्याम तेरो जहां देखूं तू दे दिखाई।
फूलों में खुशबू छुपी जिस तरह से छबि तेरी मण में समाई
ओ sss
कहे बलजीत श्याम रंग मेरे तण मण पै रै छायो
धाम खाटू मण भायो मैं दौड़ तावड़ी आयो
बांध गांठड़ी थारी खातर माखण मिसरी ल्यायो
धाम खाटू मण भायो
ओ हो हो………………
F:- श्याम थापे केसर छिड़का जी,
बाबा जी थापे केसर छिड़का जी,
बनड़ा सा लगो आज साँवरा,-2
थाने निरखा जी,
श्याम थापे केसर छिड़का जी।
1.
F:- काना कुण्डल सोहे थारे,
गल वैजन्ती हार,
नैन निगोड़ा, सेठ सँवारा,
थापे पे अटक्या जी,
श्याम थापे केसर छिड़का जी।
2.
F:- थाने बिठाकर लिलो चले,
तिरछी तिरछी चाल,
उछल उछल कर नाँचे मारे,
जोर का ठुमका जी,
श्याम थापे केसर छिड़का जी।
3.
F:- बाँकी अदा सूं थे इतरावो,
होठां पर मुस्कान,
रूप सलौने देख श्याम थारो,
सेवक भटक्या जी,
श्याम थापे केसर छिड़का जी।
4.
F:- हर्ष भगत थारा लाड लड़ावे,
छिड़के इतर फुहार,
सगळा मिलकर आज करां,
फुला की बरखाजी,
श्याम थापे केसर छिड़काजी।
5.
F:- बाबा जी थापे केसर छिड़का जी
बनड़ा सा लगो आज साँवरा,
थाने निरखा जी,
श्याम थापे केसर छिड़का जी।
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
१
कोरस:- आ आ आ आ हहम हहम हहम ........
F:- श्याम चरण की धूल जो माथे से तुम लगाओगे
पुण्य चारो धाम का खाटू में ही पाओगे
होगा सभी का यही कल्याण
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२
F:- कोई तो दातार इनको कहे कोई सहारा हारे का
साथी है मजबूर के हर पल गमो के पारे का
करते है कष्टों का पल में निदान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
३
F:- मिलता सहारा है सबको यहाँ बाबा सभी के ही साथ है
मौरवी के लाल का सर पे सभी के हाथ है
करते है किरपा करुणा निदान
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
४
F:- सब है यहाँ पर एक से राजा हो चाहे रंक हो
निर्धन हो या फ़क़ीर हो साधु हो चाहे संत हो
सब है यहाँ पर एक समान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
५
F:- बाबा के द्वार हर घडी खुशियों की बरसात हो रही
भक्तो पे किरपा श्याम की सदियों से दिन रात हो रही
होता है सबका यहाँ समाधान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
६
F:- जिसके ह्रदय में श्याम से पावन निर्मल प्रीत है
फिर तो ये तप हो चूका उसकी हमेशा जित है
बाबा है वो पुत्र समान
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
७
F:- बाबा हमे बचा रहे गम को कड़ती धुप से
हम को वो छुड़ा रही छल से कपट से झूठ से
आने न देते मन अभिमान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
८
F:- खाटू में जो भी आ गया वो सावरे का हो गया
इसकी छवि जो देखली फिर कही ना वो गया
ऐसी है खाटू वालो की शान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
९
F:- सबके दिलो में बस रही सबके जुबान पर नाम है
हारे का सहारा है तो बस हमारा श्याम है
मुश्किल सभी की करते आसान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
१०
F:- चढ़ गया नशा जिसे सांवरे के नाम का
श्याम उसका हो गया हो गया है वो श्याम का
ऐसे है बाबा करुणा निधान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
११
F:- दूर अँधेरा हो रहा श्याम के प्रकाश से
मिल रही है रौशनी नाम के प्रकाश से
कोई श्याम जैसा नहीं मेहरबान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
१२
F:- रूप भी अनूप है देवी अति बिशेष है
चन्द्रमा के रूप का स्वरूप में निवेश है
है तेज जिनका सूर्य समान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
१३
F:- निर्मल सरल सी होती है जिसके मन की भावना
श्याम दर पे होती है पूर्ण उसकी कामना
कष्टों का उसके होता निदान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
१४
F:- खाटू के श्याम कुंड में जिसने भी उनकी मार ली
रोग दूर हो गए जिंदगी सवार ली
है श्याम बाबा का ये वरदान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
१५
F:- शक्ति दिखाई करुणा की बाबा ही अपने बाण की
शीश दान में दिया बाजी लगा दी प्राण की
रखा था अपनी माँ का सम्मान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
१6
F:- हमपे राधा नाम का एहसान है सबसे बड़ा
जिसकी वजह से श्याम का स्थान था हमको मिला
जिस दर हुआ है मंदिर निर्माण
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
१७
F:- चुपके से राधा गाय को हर दिन पिलाती दूध थी
खाटू नगर नरेश की राधा मिटाती भूख थी
इनको समझती थी पुत्र समान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
१८
F:- आवाज आयी शीश से हारे का में सहारा हूँ
श्याम नाम है मेरा साथी में तुम्हारा हूँ
हारे का साथी है मेरी पहचान
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
१८
F:- आवाज आयी शीश से हारे का में सहारा हूँ
श्याम नाम है मेरा साथी में तुम्हारा हूँ
हारे का साथी है मेरी पहचान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
१९
F:- मेरे पास आएगा जो कोई हरा हुआ
ठोकरे खाया हुआ हालात का मारा हुआ
उसका करूँगा तुरंत निदान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२०
F:- दुनिया भरकी नेमते में लुटाऊंगा यहाँ
टूटे हारो के लिए खुशियां लुटाऊंगा यहाँ
होगा सभी का यहीं कल्याण
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२१
F:- नहीं पड़ेगा मांगना मांगे बिना मिल जायेगा
जो न सोया है कभी यहाँ से लेके जायेगा
रहेगा न कोई भी परेशान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२२
F:- द्वापर में जो कृष्णा ने नाम दिया था श्याम को
शीश के दानी वीर को वरदान था ये श्याम को
कलियुग के तुम हो भगवान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२३
F:- सबसे अलग है सांवरा इसके हजारो हाथ है
अपने दीवानो के पल पल ये हमेशा साथ है
करता है हर मुश्किल आसान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२४
F:- जागता है रात दिन बाबा हमारे वास्ते
काटे चुन चुन कर बनाता है हमारे रास्ते
रखता हमेशा है भक्तो का मान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२५
F:- घेरती है जब हमे हर और से परेशानियां
यब दिखाई देती है श्याम की मेहरबानियां
चलता है संग संग मित्र समान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२६
F:- इस जहाँ की भीड़ में कौन है किसका यहाँ
सब मतलबी लोग है है श्याम बाबा ही पिता समान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२७
F:- करते कृपा हर एक पर कोई पराया है नहीं
जिसने बुलाया श्याम को पल में पाया है वहीँ
रखते सदा है भक्तो का ध्यान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२८
F:- विनती सुनो सुखदेव की खोयी है क्यों मंजिल मेरी
होते तुम्हारे श्याम क्यों सुनो श्याम दातार में हु हैरान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
२९
F:- कौन है जो ऐसा यहीं माँगा जो मिला नहीं
कौन है जो आपसे चाहा जो मिला नहीं
सबको दिया है बिना एहसान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
३०
F:- आपके होते हमे क्या पड़ी किसी और की
न हमे कुछ गरज है दूसरे दर ठौर की
तुमने बनाया है हमको सुलतान
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम मेरे श्याम
कोरस:- आ आ आ आ ..........
३१
F:- जब हमारे सामने यमराज की जंजीर हो
उस घडी मेरी आँखों में आपकी तस्वीर हो
तब श्याम बाबा में छोड़ू जहां
खाटू के दाता है सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
F:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान
कोरस:- जय श्याम जय श्याम जय जय श्री श्याम
खाटू के दाता सबसे महान